👉 "राष्ट्रीय आय किसी देश में एक निश्चित अवधि (आमतौर पर एक वर्ष) में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य को दर्शाती है।"
📌 सरल शब्दों में:
अगर पूरे देश में एक साल में जितना भी उत्पादन होता है (जैसे – कार, मोबाइल, फसल, सेवाएँ आदि), उसका कुल मूल्य ही राष्ट्रीय आय कहलाता है।
📌 महत्व:
✅ यह किसी देश की आर्थिक स्थिति को मापने का प्रमुख तरीका है।
✅ यह दर्शाती है कि देश की उत्पादन क्षमता और लोगों की आय कितनी है।
✅ सरकार आर्थिक नीतियों को बनाने में इसका उपयोग करती है।
राष्ट्रीय आय को तीन प्रमुख तरीकों से मापा जाता है:
👉 इस विधि में एक साल में देश में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य जोड़ा जाता है।
📌 सूत्र:
राष्ट्रीयआय=कुलउत्पादन–मध्यवर्तीलागतराष्ट्रीय आय = कुल उत्पादन – मध्यवर्ती लागत
राष्ट्रीयआय=कुलउत्पादन–मध्यवर्तीलागत
📌 उदाहरण:
अगर एक देश में:
तो कुल राष्ट्रीय आय = ₹500 + ₹1000 + ₹700 = ₹2200 करोड़
👉 इसमें लोगों को मिलने वाली कुल आय को जोड़ा जाता है, जैसे – मजदूरी, वेतन, किराया, ब्याज, लाभ आदि।
📌 सूत्र:
राष्ट्रीयआय=मजदूरी+किराया+ब्याज+लाभराष्ट्रीय आय = मजदूरी + किराया + ब्याज + लाभ
राष्ट्रीयआय=मजदूरी+किराया+ब्याज+लाभ
📌 उदाहरण:
तो कुल राष्ट्रीय आय = ₹800 + ₹500 + ₹300 + ₹600 = ₹2200 करोड़
👉 इसमें देश के कुल खर्च को जोड़ा जाता है, जैसे – उपभोग, निवेश, सरकारी खर्च और निर्यात-आयात।
📌 सूत्र:
राष्ट्रीयआय=उपभोगव्यय+निवेशव्यय+सरकारीव्यय+(निर्यात–आयात)राष्ट्रीय आय = उपभोग व्यय + निवेश व्यय + सरकारी व्यय + (निर्यात – आयात)
राष्ट्रीयआय=उपभोगव्यय+निवेशव्यय+सरकारीव्यय+(निर्यात–आयात)
📌 उदाहरण:
तो कुल राष्ट्रीय आय = ₹1000 + ₹600 + ₹400 + ₹200 = ₹2200 करोड़
👉 GDP किसी देश की भौगोलिक सीमा के अंदर एक वर्ष में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को दर्शाता है।
📌 उदाहरण:
अगर भारत में फैक्टरियों, खेतों और कंपनियों में एक साल में ₹5000 करोड़ का उत्पादन हुआ, तो यह भारत का GDP कहलाएगा।
👉 GNP, GDP में विदेशी स्रोतों से प्राप्त आय (Net Factor Income from Abroad) को जोड़कर निकाला जाता है।
📌 सूत्र:
GNP=GDP+विदेशसेप्राप्तशुद्धआयGNP = GDP + विदेश से प्राप्त शुद्ध आय
GNP=GDP+विदेशसेप्राप्तशुद्धआय
📌 उदाहरण:
अगर भारत का GDP = ₹5000 करोड़ है और विदेश से आय = ₹300 करोड़ है,
तो GNP = ₹5000 + ₹300 = ₹5300 करोड़
👉 NNP में GNP से निर्वहन मूल्यह्रास (Depreciation) घटा दिया जाता है।
📌 सूत्र:
NNP=GNP–मूल्यह्रासNNP = GNP – मूल्यह्रास
NNP=GNP–मूल्यह्रास
📌 उदाहरण:
अगर GNP = ₹5300 करोड़ और मूल्यह्रास = ₹300 करोड़,
तो NNP = ₹5300 – ₹300 = ₹5000 करोड़
👉 यह देश के नागरिकों द्वारा अर्जित कुल आय को दर्शाती है।
📌 सूत्र:
PI=राष्ट्रीयआय–कॉर्पोरेटटैक्स–पुनर्निवेशितलाभ+सरकारीहस्तांतरणभुगतानPI = राष्ट्रीय आय – कॉर्पोरेट टैक्स – पुनर्निवेशित लाभ + सरकारी हस्तांतरण भुगतान
PI=राष्ट्रीयआय–कॉर्पोरेटटैक्स–पुनर्निवेशितलाभ+सरकारीहस्तांतरणभुगतान
📌 उदाहरण:
अगर राष्ट्रीय आय ₹5000 करोड़ है और कर ₹500 करोड़ है,
तो व्यक्तिगत आय = ₹5000 – ₹500 = ₹4500 करोड़
👉 यह वह आय होती है जो कर कटौती के बाद लोगों के पास खर्च करने के लिए बचती है।
📌 सूत्र:
DPI=PI–प्रत्यक्षकरDPI = PI – प्रत्यक्ष कर
DPI=PI–प्रत्यक्षकर
📌 उदाहरण:
अगर PI = ₹4500 करोड़ और प्रत्यक्ष कर = ₹500 करोड़,
तो DPI = ₹4500 – ₹500 = ₹4000 करोड़
✅ 1. आर्थिक विकास का मापन: राष्ट्रीय आय के आंकड़ों से देश की आर्थिक प्रगति का पता चलता है।
✅ 2. सरकार की नीतियों का निर्धारण: सरकार बजट, कर नीति और आर्थिक सुधारों को राष्ट्रीय आय के आधार पर तय करती है।
✅ 3. जीवन स्तर का आकलन: उच्च राष्ट्रीय आय का मतलब है कि लोगों का जीवन स्तर बेहतर है।
✅ 4. निवेश और व्यापार नीति: GDP और GNP का डेटा देखकर निवेशक निर्णय लेते हैं।
✅ 5. विभिन्न देशों की तुलना: विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था को उनकी राष्ट्रीय आय के आधार पर तुलना किया जाता है।
📌 राष्ट्रीय आय (National Income) किसी देश में एक वर्ष के दौरान उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को दर्शाती है। यह आर्थिक विकास, रोजगार, और जीवन स्तर को समझने का महत्वपूर्ण पैमाना है।
📌 राष्ट्रीय आय को मापने की विभिन्न विधियाँ होती हैं, जिनमें उत्पादन विधि, आय विधि और व्यय विधि प्रमुख हैं। इसके प्रमुख घटकों में GDP, GNP, NNP, PI और DPI शामिल हैं।
📌 सरकार और नीति निर्माताओं के लिए राष्ट्रीय आय का सही मापन बहुत आवश्यक है, क्योंकि यह आर्थिक नीतियों और योजनाओं को निर्धारित करने में मदद करता है।