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आवश्यकता और इच्छा: अर्थशास्त्र में उनका महत्व और अंतर

Shilu Sinha
Shilu Sinha  @shilusinha
Created At - 2025-01-18
Last Updated - 2025-02-01

Table of Contents

  • परिचय
  • आवश्यकता (Needs)
      • आवश्यकता की विशेषताएँ:
      • आवश्यकता के प्रकार:
  • इच्छा (Wants)
      • इच्छा की विशेषताएँ:
      • इच्छा के प्रकार:
  • आवश्यकता और इच्छा के बीच अंतर
  • आवश्यकता और इच्छा का अर्थव्यवस्था में महत्त्व
  • व्यावहारिक उदाहरण
      • उदाहरण 1:
      • उदाहरण 2:
  • निष्कर्ष

परिचय

आवश्यकता और इच्छा अर्थशास्त्र के मूलभूत सिद्धांतों में से एक हैं। ये दोनों मानवीय व्यवहार और संसाधनों के उपयोग को समझने में मदद करते हैं। आवश्यकता (Need) वह होती है जो जीवन के लिए अनिवार्य है, जबकि इच्छा (Want) वह है जो किसी व्यक्ति की जीवनशैली और प्राथमिकताओं के अनुसार भिन्न हो सकती है। इस लेख में हम आवश्यकता और इच्छा के बीच के अंतर, उनके महत्व, और अर्थशास्त्र में उनकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

आवश्यकता (Needs)

आवश्यकता वे वस्तुएँ या सेवाएँ हैं जो जीवन के लिए अनिवार्य होती हैं। इनका पूरा होना हमारे अस्तित्व के लिए आवश्यक है।

आवश्यकता की विशेषताएँ:

  1. जीवन के लिए अनिवार्यता:
    • इनका न होना व्यक्ति के अस्तित्व को संकट में डाल सकता है।
  2. सीमितता:
    • आवश्यकताएँ सीमित होती हैं और इन्हें पूरा करना संभव है।
  3. स्थिरता:
    • ये समय और स्थान के साथ ज्यादा नहीं बदलतीं।

आवश्यकता के प्रकार:

  1. मूलभूत आवश्यकता:
    • भोजन, पानी, वस्त्र और आश्रय।
  2. सामाजिक आवश्यकता:
    • शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ, और बुनियादी सुरक्षा।
  3. मानसिक आवश्यकता:
    • सम्मान, प्यार, और सामाजिक स्वीकृति।

उदाहरण:

  • किसी व्यक्ति के पास पीने का पानी और भोजन न हो तो उसका पहला उद्देश्य यही होगा।

इच्छा (Wants)

इच्छाएँ वे वस्तुएँ या सेवाएँ हैं जो व्यक्ति अपनी सुख-सुविधा बढ़ाने के लिए चाहता है।

इच्छा की विशेषताएँ:

  1. असीमितता:
    • इच्छाएँ कभी समाप्त नहीं होतीं।
  2. लचीलापन:
    • ये समय, स्थान और व्यक्ति के अनुसार बदलती रहती हैं।
  3. सामाजिक प्रभाव:
    • इच्छाएँ अक्सर समाज, फैशन, और विज्ञापनों से प्रभावित होती हैं।

इच्छा के प्रकार:

  1. भौतिक इच्छा:
    • जैसे कार, स्मार्टफोन, ब्रांडेड कपड़े।
  2. अभौतिक इच्छा:
    • जैसे प्रतिष्ठा, पहचान, और आरामदायक जीवन।
  3. लघुकालीन और दीर्घकालीन इच्छाएँ:
    • लघुकालीन: छुट्टियों पर जाना।
    • दीर्घकालीन: घर खरीदना।

उदाहरण:

  • एक व्यक्ति के पास यदि स्मार्टफोन है, तो वह नया मॉडल खरीदने की इच्छा कर सकता है।

आवश्यकता और इच्छा के बीच अंतर

पैरामीटरआवश्यकता (Needs)इच्छा (Wants)
परिभाषाजीवन के लिए अनिवार्य वस्तुएँ।जीवन को आरामदायक बनाने वाली वस्तुएँ।
महत्वबिना इनके जीवन संभव नहीं।इनके बिना जीवन संभव है।
सीमिततासीमित।असीमित।
लचीलापनस्थिर।समय और स्थान के अनुसार बदलती।
उदाहरणभोजन, पानी, आश्रय।कार, मोबाइल, मनोरंजन।

आवश्यकता और इच्छा का अर्थव्यवस्था में महत्त्व

  1. संसाधनों का प्रबंधन:
    • सीमित संसाधनों का प्राथमिक उपयोग आवश्यकताओं को पूरा करने में किया जाता है।
  2. उपभोक्ता व्यवहार:
    • उपभोक्ता पहले आवश्यकताओं को पूरा करते हैं और फिर इच्छाओं की ओर रुख करते हैं।
  3. आर्थिक विकास:
    • आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद जब इच्छाओं की पूर्ति होती है, तो बाजार का विस्तार होता है।
  4. सरकारी नीतियाँ:
    • सरकार प्राथमिकता देती है कि सभी नागरिकों की आवश्यकताएँ पहले पूरी हों, जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ।

व्यावहारिक उदाहरण

उदाहरण 1:

  • यदि किसी व्यक्ति की मासिक आय ₹10,000 है:
    • आवश्यकता: ₹5,000 का खर्च भोजन और किराए पर।
    • इच्छा: ₹2,000 का खर्च मनोरंजन और फैशन पर।

उदाहरण 2:

  • प्राकृतिक आपदा के समय:
    • आवश्यकता: भोजन, पानी और दवाइयाँ।
    • इच्छा: नए कपड़े या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स।

निष्कर्ष

आवश्यकताएँ और इच्छाएँ दोनों हमारे जीवन में महत्त्वपूर्ण हैं। आवश्यकता हमारे अस्तित्व को बनाए रखने के लिए अनिवार्य है, जबकि इच्छाएँ हमारे जीवन को अधिक सुखद और आरामदायक बनाती हैं। आर्थिक संतुलन बनाए रखने के लिए इन दोनों के बीच अंतर समझना और प्राथमिकता तय करना बेहद जरूरी है।

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